प्रिय सदस्यों,
भारतीय संसदीय समूह की स्थापना संविधान सभा द्वारा 16 अगस्त, 1948 को स्वीकृत किए गए प्रस्ताव के अनुसरण में वर्ष 1949 में की गई। यह संसदीय कूटनीति हेतु गठित एक अम्ब्रेला संगठन है।
सोलहवीं लोक सभा की कार्यावधि के दौरान श्रीमती सुमित्रा महाजन जी ने समूह के अध्यक्ष के रूप में अत्यन्त कुशलतापूर्वक इसका संचालन किया। उक्त अवधि के दौरान उनके समर्थ नेतृत्व में मुझे भी इस समूह के कोषाध्यक्ष के रूप में कार्य करने का अवसर मिला था। इस समूह का नया अध्यक्ष बनना मेरे लिए गौरव और सम्मान की बात है।
मित्रो, भारतीय संसदीय समूह अंतर संसदीय संघ (आईपीयू) के राष्ट्रीय समूह और भारत में राष्ट्रमण्डल संसदीय समूह (सीपीए) की मुख्य शाखा के रूप में कार्य करता है। विभिन्न बहुस्तरीय संसदीय मंचों पर प्रतिनिधिमंडलों और विचारों के आदान-प्रदान के माध्यम से यह समूह भारतीय संसद और विश्व की विभिन्न संसदों के बीच एक महत्वपूर्ण सेतु की भूमिका भी निभाता है।
इस समूह ने अपने लक्ष्यों और उद्देश्यों को पूरा करने के लिए कई पहलें की हैं। इसने भारतीय संसद में कई देशों के राज्य प्रमुखों के भाषणों का आयोजन सफलतापूर्वक किया है। अभी तक संसद भवन के केन्द्रीय कक्ष में 39 देशों के प्रमुखों ने माननीय संसद सदस्यों को सम्बोधित किया है। हमारी संसद के केन्द्रीय कक्ष में भाषण देने वाले पिछले राष्ट्र प्रमुख अमरीकी राष्ट्रपति महामहिम बराक ओबामा थे, जिन्होंने 8 नवम्बर, 2010 को केन्द्रीय कक्ष में भाषण दिया था।
SHRI OM BIRLA
Hon'ble Speaker, Lok Sabha
President of IPG
यह समूह भारत के सेवानिवृत्त होने वाले राष्ट्रपति को विदाई देने के लिए एक भव्य कार्यक्रम भी आयोजित करता है। पिछला विदाई कार्यक्रम 23 जुलाई, 2017 को पूर्व राष्ट्रपति, माननीय श्री प्रणव मुखर्जी जी के सम्मान में आयोजित किया गया था।
भारतीय संसदीय समूह अपने विनिर्दिष्ट दायित्व के तहत भारतीय संसद के दोनों सदनों अर्थात्, लोक सभा और राज्य सभा, में से किसी भी सदन के एक संसद सदस्य को सदन में उनके प्रदर्शन के आधार पर वार्षिक रूप से उत्कृष्ट सांसद पुरस्कार भी प्रदान करता है। भारत के माननीय राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविन्द ने 1 अगस्त, 2018 को डाॅ. (श्रीमती) नज़मा ए. हेपतुल्ला, श्री हुक्मदेव नारायण यादव, श्री गुलाम नबी आजाद, श्री दिनेश त्रिवेदी और श्री भर्तृहरि महताब को क्रमशः वर्ष 2013, 2014, 2015, 2016 और 2017 के लिए उत्कृष्ट सांसद पुरस्कार प्रदान किया। वर्ष 1995 में इस पुरस्कार के प्रारंभ होने से अब तक 23 प्रख्यात माननीय संसद सदस्यों को यह पुरस्कार दिया जा चुका है।
अपने लक्ष्यों और उद्देश्यों को प्राप्त करने की दिशा में समूह की एक अन्य पहल भारतीय संसदीय समूह के तत्वावधान में आयोजित सम्मेलनों में राज्य विधान सभाओं को शामिल करना भी है ताकि वे राष्ट्र की आकांक्षाओं से अवगत रहें। इस समूह ने हाल ही में भारतीय संसदीय समूह के तत्वावधान में ऐसे दो सम्मेलनों का आयोजन किया था। इनमें से पहला - वर्ष 2016 में राष्ट्रीय महिला जनप्रतिनिधि सम्मेलन और दूसरा-वर्ष 2018 में राष्ट्रीय जनप्रतिनिधि सम्मेलन था।
भारतीय संसदीय समूह द्विपक्षीय सद्भावना दौरों के माध्यम से संसदीय कूटनीति के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देता है। लोक सभा अध्यक्ष और भारतीय संसदीय समूह के अध्यक्ष के नेतृत्व में कई संसदीय प्रतिनिधिमंडल विभिन्न देशों की संसदों का दौरा करते हैं। सोलहवीं लोक सभा के दौरान मेरे पूर्ववर्ती अध्यक्ष माननीया श्रीमती सुमित्रा महाजन के नेतृत्व में भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडलों ने यूरोपीय संसद, मंगोलिया, न्यूजीलैंड, रिपब्लिक ऑफ कोरिया, माॅरीशस, रशियन फेडरेशन, बेलारूस, लातविया और फिनलैंड का दौरा किया। रोमानिया, रशियन फेडरेशन, रिपब्लिक ऑफ कोरिया, चीन, भूटान, रिपब्लिक ऑफ स्लोवेनिया, बेलारूस, वियतनाम, नामीबिया, मेक्सिको, सेशेल्स, चिली, श्रीलंका और जाम्बिया के प्रतिनिधिमंडलों ने उनके कार्यकाल में भारतीय संसद का दौरा किया। माननीय श्रीमती सुमित्रा महाजन जी ने राष्ट्रमंडल संसदीय संघ (सीपीए), अंतर-संसदीय संघ (आईपीयू) और बहुआयामी मंचों के तत्वावधान में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में संसदीय प्रतिनिधिमंडलों का भी नेतृत्व किया।
भारतीय संसदीय समूह ने हमेशा संसदीय, विधायी और आपसी हित के मामलों पर सदस्यों/एसोसिएट सदस्यों के मूल्यवान सुझावों और अनुरोधों का स्वागत किया है। पिछले कुछ समय में भारतीय संसदीय समूह के समक्ष आए कई मुद्दों का भारत सरकार के संबद्ध मंत्रालयों/विभागों द्वारा निपटान किया गया है। मेरा पूर्ण विश्वास है कि भविष्य में भी यह समूह विचारों और सुझावों के आदान-प्रदान हेतु एक सार्थक मंच के रूप में कार्य करता रहेगा।
प्रिय सदस्यों, भारतीय संसदीय समूह विगत सात दशकों में समूह के सदस्यों से प्राप्त मूल्यवान योगदान व मार्गदर्शन से समृद्ध होता रहा है। मेरा सुनिश्चित मत है कि इस समूह को आगामी वर्षाें में भी आपके विवेकपूर्ण सुझावों से लाभ मिलता रहेगा। मैं इस समूह की सेवा में आपके साथ मिलकर कार्य करने की अपेक्षा रखता हूं।
मुझे विश्वास है कि आपकी सक्रिय भागीदारी से हम भारतीय संसदीय समूह के उन उद्देश्यों को पूरा करते रहेंगे, जिसके लिए 70 वर्ष पहले इसकी स्थापना की गई थी। इस समूह के संबंध में नवीनतम जानकारी प्राप्त करने और अपने सुझाव देने के लिए आप इस समूह की वेबसाइट www.ipg.nic.in का उपयोग कर सकते हैं।
इस समूह के आगामी प्रयासों में सफलता के लिए मेरी हार्दिक शुभकामनाएं।